پھٹے ہوئے تعلق کے تین حل
बात करें | बर्दाश्त करें | या बाय-बाय करें मतलब छोड़ दें |
अगर आपको किसी में कुछ बुरा लगता है तो उसके तीन समाधान हैं |
1. बात करें -
उनसे बात करें उसे बताएं कि क्या अच्छा है और क्या बुरा। बात करने से रिश्ते बेहतर होते हैं। हो सकता है कि उसे (जिससे आपका रिश्ता है) वह यह जानता ही ना हो कि आप को क्या अच्छा लगता है और क्या बुरा |
इसके अलावा, आप बात शुरू करने से पहले ये सोचें कि आपको क्या बुरा लगता है। और क्या वह वास्तव में बुरा है या यह सिर्फ आपको बुरा लगता है? अगर वह बात सिर्फ आपको बुरी लगती है तो ऐसे मामले में आपको अपने आप को बेहतर करना होगा |
बेशुमार बार हम खुद को बेहतर बनाएं बगैर दूसरों को बेहतर बनाने में बेचैन रहते हैं |
2. बर्दाश्त करें -
खुद में भी थोड़ी बेहतरी ले आए उससे बात करके भी देख लिया मगर अभी भी बात नहीं बनी तो जिस हद तक कर सकते हैं ,जब तक कर सकते हैं बर्दाश्त करें |
अपनी बर्दाश्त की ताकत को बढ़ाकर भी देख लें |
3. आखरी उपाय यह है कि छोड़ देें -
जब कोई ताल्लुक निभ नहीं रहा हो तो इसका हरगिज मतलब यह नहीं कि उनमें से एक या दोनों को कुछ समस्या है। कभी-कभी दो सबसे अच्छे लोग भी एक दूसरे के लिए बेहतर नहीं होते |
ऐसा रिश्ता जो खुशी से ना चल रहा हो तो उसे जबरदस्ती निभाना क्रूरता है। क्योंकि ऐसा करने से आप न केवल खुद का बल्कि उस व्यक्ति का भी समय बर्बाद कर रहे हैं जिससे आप संबंधित हैं। वह समय जो आप और वह किसी और के साथ खुशी से बिता सकते हैं।
अगर आप मे किसी को छोड़ने की ताकत नहीं है तो जब तक आप ताकतवर ना हो जाए, पहले दो हल ही आपका हल है | यानि, बात करें या बर्दाश्त करें |
लेखक
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