अनकही बातें
कुछ अनकही बातें जो दिल में चलती है,
क्या है ये बेकरारी जो उनके लिए मचलती है,
अब इसे प्यार कहूँ या पागलपन,
जब सामने आते हैं वो तो आँखे उनके के लिए तरस्ती है।
Kuch ankahi baate jo dil me chlati hai,
Kya hai ye bekarari jo unke liye machlati hai,
Ab isse pyar kahu ya pagalpan,
Jab samne aate hai wo to bs aankhe unke ke liye tarasti hai.
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