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Writer's pictureYasir

आप जहां भी हो वही रहें | آپ جہاں بھی ہوں وہیں رہیں

Updated: May 7, 2021



बेचैनी की एक वजह यह भी है कि हम जहां हैं हमने वहां होना सीखा ही नहीं.

जब घर में होते हैं तो कॉलेज, यूनिवर्सिटी या ऑफिस के बारे में सोचते हैं और जब कॉलेज, यूनिवर्सिटी या

ऑफिस में होते हैं तो घर के बारे में सोचते हैं .

सारा दिन अतीत में होते हैं या भविष्य में, लेकिन जहां होना चाहिए वही नहीं होते यानी वर्तमान में.


वर्तमान में ना रहने की दो बड़ी वजह है|

एक उनके वर्तमान की हालत खराब होती है|

दूसरी वजह यह है कि हम लोगों को ना शुकरी की आदत होती है.

अगर वर्तमान की हालत खराब हो तो उसे ठीक करने की कोशिश करें अतीत या भविष्य में जाने से उसकी हालत ठीक नहीं हो जाएगी.


लेखक

यासिर



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